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स्वतंत्रता दिवस

धर्म हमारा भारत हो ,

कर्म हमारा भारत हो।

आन बान और शान इसी से ,

अभिमान हमारा भारत हो ।

जियें इसी के ही खातिर,

और मर भी इसी पे हम जाए ।

कण कण इसका आभारी है,

बलिदान इसी पे हो जाए।

हर सांस सर्मपित है इसको ,

लब वंदेमातरम ही गाए।

सौभाग्य मेरा उस दिन होगा ,

जिस दिन लहू काम इसके आए।

रुबी चेतन शुक्ला

अलीगंज

लखनऊ

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1 Comments

Arti khamborkar

21-Sep-2024 09:11 AM

v nice

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